Weather Update : देश के मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। एक तरफ जहाँ बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती सिस्टम तटीय राज्यों की ओर बढ़ रहा है, वहीं दूसरी ओर उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड ने दस्तक दे दी है। पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाओं और समुद्री सिस्टम के सक्रिय होने से आने वाले दिन मौसम के लिहाज से काफी चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं।
समुद्र में हलचल: बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती सिस्टम
वर्तमान में, बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में एक शक्तिशाली चक्रवाती परिसंचरण विकसित हो चुका है। इसके साथ ही श्रीलंका तट के पास मन्नार की खाड़ी में एक ‘लो प्रेशर एरिया’ (निम्न दबाव का क्षेत्र) भी बना हुआ है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, यह सिस्टम धीरे-धीरे और मजबूत होगा, जिससे दक्षिण भारतीय राज्यों में भारी बारिश की संभावना है। 27 नवंबर तक यह डिप्रेशन में बदल सकता है, जिसके कारण समुद्र के किनारे वाले इलाकों में तेज हवाएं चलने का अनुमान है।
उत्तर भारत में क्यों बढ़ी ठंड? क्या है ‘पोलर वर्टेक्स’?
उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में तापमान में अचानक आई गिरावट का मुख्य कारण ‘पोलर वर्टेक्स’ (Polar Vortex) की स्थिति को माना जा रहा है।
- तापमान का हाल: राजस्थान के सीकर में पारा गिरकर 4℃ तक पहुँच गया है। वहीं, कश्मीर के श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से 3.9℃ नीचे (-3.9℃) दर्ज किया गया है।
- बर्फीली हवाएँ: ध्रुवीय क्षेत्रों से आने वाली ठंडी हवाएँ अब सीधे मैदानी इलाकों (पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान) तक पहुँच रही हैं, जिससे कई जगहों पर शीत लहर (Cold Wave) जैसे हालात बन गए हैं।
अगले 48 घंटों का मौसम पूर्वानुमान (26-27 नवंबर)
- दक्षिण भारत: तमिलनाडु के तटीय इलाकों, रायलसीमा, केरल और आंध्र प्रदेश के तटों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 27 नवंबर के बाद बारिश की तीव्रता और हवा की गति में बढ़ोत्तरी होगी।
- उत्तर और मध्य भारत: यहाँ मौसम मुख्य रूप से शुष्क रहेगा। हालांकि, राजस्थान के पूर्वी हिस्सों (अजमेर, कोटा) और पश्चिमी मध्य प्रदेश में बादलों की आवाजाही के साथ हल्की बूंदाबांदी की संभावना बन सकती है।
28 नवंबर के बाद का हाल: कोहरा और बर्फबारी
आने वाले दिनों में उत्तर भारत के इंडो-गंगेटिक मैदानों (पंजाब से लेकर बिहार तक) में घना कोहरा छाने की संभावना है।
- यात्रा में सावधानी: कोहरे के कारण सुबह के समय दृश्यता (Visibility) कम रहेगी, जिससे यातायात प्रभावित हो सकता है।
- पहाड़ों पर बर्फबारी: जल्द ही एक नया पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) पहाड़ों पर दस्तक देगा, जिससे कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में भारी बर्फबारी हो सकती है। इसका सीधा असर मैदानी इलाकों की सर्दी पर पड़ेगा।
- दक्षिण में भारी बारिश: 28 नवंबर को तमिलनाडु और ओडिशा के दक्षिणी तटों पर भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है।
बदलते मौसम को देखते हुए किसानों और आम जनता को सतर्क रहने की जरूरत है। दक्षिण भारत के मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है, वहीं उत्तर भारत के लोगों को बढ़ती ठंड और कोहरे से बचने के लिए उचित सावधानी बरतनी चाहिए।






